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अयोध्या राम मंदिर निर्माण जानकारी 2023: कितना हुआ काम (Ayodhya Ram Mandir Nirman Karya and Date)


अयोध्या राम मंदिर निर्माण News 2023: कितना हुआ काम (Ayodhya Ram Mandir Nirman Karya and Date)


अयोध्या राम मंदिर निर्माण न्यूज़ 2023: कितना हुआ काम, कार्य, किसने बनवाया था, विवाद क्या है, कहां पर है, जानकारी (Ayodhya Ram Mandir Nirman Karya and Date) (Size, Estimated Cost, Trust Members, Opening Date, Udghatan)


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इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे,अयोध्या राम मंदिर के बारे में पूरी जानकारी देने का प्रयास करेंगे।


अयोध्या राम मंदिर 2023(Ayodhya Ram mandir):

भगवान श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था। इसलिए अयोध्या में वर्तमान के समय में उनका भव्य मंदिर बन रहा है। इसलिए राम भगवान के मंदिर को अयोध्या राम मंदिर कहा जाता है। भगवान श्री राम के इस मंदिर को हिंदू पक्ष ने बहुत लंबी लड़ाई लड़कर कानूनी रूप से मुस्लिम पक्ष से प्राप्त किया है और इस प्रकार से अब अयोध्या में भगवान श्री राम का मुकूट मंदिर बन रहा है।


अयोध्या राम मंदिर निर्माण की अनुमानित लागत(Ayodhya Ram Mandir Nirman Estimated Cost):

इस मंदिर के निर्माण में जो पैसा लग रहा है, उसे बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और दुर्गा वाहिनी के द्वारा देश के करोड़ों हिंदुओं से दान के तौर पर इकट्ठा किया गया है। मंदिर के लिए जो भी पैसा जनता ने दिया है, उसका सारा लेखा-जोखा राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ''श्री चंपत राय'' के पास मौजूद है। अयोध्या राम मंदिर में भगवान राम के अलावा माता सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी की सोने की मूर्तियां लगाई जाएगी। अयोध्या में निर्मित हो रहे विशाल राम मंदिर के निर्माण में 1800 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। मंदिर निर्माण के लिए जो कमेटी बनाई गई है, उस कमेटी के द्वारा इस जानकारी को प्रस्तुत किया गया है।


अयोध्या राम मंदिर निर्माण उद्घाटन तिथि(Ayodhya Ram Mandir Nirman Opening Date):

अखबार से प्राप्त जानकारी के आधार पर ऐसा माना जा रहा है कि, अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनने के पश्चात मंदिर का उद्घाटन 15 जनवरी से 24 जनवरी साल 2024 के बीच के दरमियान हो सकता है। वैसे तो भव्य उद्घाटन समारोह की शुरुआत 15 जनवरी से ही शुरू हो जाएगी। हालांकि दूसरी तरफ ऐसा भी कहा जा रहा है कि, प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख को कंफर्म किया जाएगा।


अयोध्या राम मंदिर का इतिहास (Ayodhya Ram Mandir History):

भगवान श्री विष्णु के 7वें अवतार के तौर पर भगवान श्री राम को जाना जाता है, जो मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्ध है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में इस बात का वर्णन है कि, त्रेता युग में अयोध्या में ही भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। यही वजह है कि, अयोध्या को राम जन्मभूमि भी कहा जाता है।


अयोध्या राम मंदिर किसने बनवाया(Who built Ayodhya Ram temple)? 

जानकारी के अनुसार ईषा पूर्व के लगभग 100 साल पहले उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य एक दिन अयोध्या पहुंचे थे और उन्हें वहां पर कुछ चमत्कार दिखाई देने लगे। तब उन्होने अपनी खोज को शुरू किया और वहां पर मौजूद साधु संतों की कृपा से उन्हें पता चला कि, यहां पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ था और यहां पर उनका एक भव्य मंदिर भी है। इस प्रकार से संतों के आदेश पर सम्राट के द्वारा अयोध्या में भव्य मंदिर के साथ ही सरोवर और महल का निर्माण करवाया गया।


अयोध्या राम मंदिर विवाद(What is Ayodhya Ram Temple dispute)? 

जानकारी के अनुसार 15वीं शताब्दी में मुगल शासक के द्वारा अयोध्या में मौजूद भगवान श्री राम के मंदिर को खंडित करके वहां पर एक भव्य मस्जिद का निर्माण करवाया गया था और तब से ही अयोध्या में राम जन्मभूमि विवादों में आ गई। हिंदुओं के द्वारा अयोध्या राम जन्म भूमि पर दावा करने के पश्चात साल 1850 से इस मामले पर तगड़ा विवाद पैदा हो गया। इसके पश्चात विभिन्न हिंदू संगठनों के द्वारा विवादित मस्जिद को हटाकर के राम मंदिर का निर्माण करवाने की मांग की जाने लगी, परंतु काफी समय गुजरने के बावजूद भी कुछ भी निर्णय नहीं हो सका।


अयोध्या राम मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला(Supreme Court's decision)'

इसके पश्चात सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच के द्वारा साल 2019 में एक फैसला सुनाया गया, जिसके अंतर्गत विवादित जगह को गवर्नमेंट ने एक ट्रस्ट को सौंपने के लिए कहा। इसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया और यह जमीन इसी ट्रस्ट को सौंप दी गई। इसके पश्चात साल 2020 के मार्च महीने से राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो गया और अंदाजा है कि यह कार्य साल 2024 तक पूरा हो जाएगा और 2024 में ही मंदिर का उद्घाटन भी हो जाएगा।


अयोध्या राम मंदिर निर्माण कितना हुआ (Work)

श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपद राय के द्वारा कहा गया कि, साल 2023 में अगस्त के महीने तक अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर निर्माण का काम तकरीबन 70% तक पूरा हो चुका है। इस प्रकार से राम मंदिर निर्माण का पहला चरण कंप्लीट हो गया है।


अयोध्या राम मन्दिर ट्रस्ट सारणी(Ram Mandir Trust Members List)? 


यहाँ हम जानेंगे आयोध्या राम मंदीर के ट्रस्ट के मेंबर कुछ इस प्रकार हैं। 


पद्मश्री श्री. के. परासरण

स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज

युगपुरुष परमानंद गिरी जी महाराज

स्वामी विश्वप्रशन्नतीर्थ जी महाराज

स्वामी गोविन्द देव गिरी जी महाराज

श्री विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र

डॉ० अनिल मिश्र

डॉ कामेश्वर चौपाल

महेंद्र नित्यागिरी दास महाराज

चंपत राय

महंत दिनेन्द्र दास जी

श्री ज्ञानेश कुमार

अवनीश अवस्थी

डीएम अयोध्या

श्री नृपेंद्र मिश्र(आई. ए. एस) 


श्री राम मंदिर का शिलान्यास समारोह

भारतीय प्राइम मिनिस्टर श्रीमान मोदी जी के द्वारा साल 2020 में 5 अगस्त के दिन दोपहर को 12:00 बजे श्री राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास किया गया था और उन्होंने चांदी की ईट की स्थापना मंदिर की जमीन पर की थी। शिलान्यास होने के 3 दिन पहले से पंडितों के द्वारा वैदिक अनुष्ठान किया गया था। शिलान्यास के दरमियान भगवान श्री राम की पूजा अर्चना की गई थी। प्रमुख नदियों का पानी और मिट्टी भी इस्तेमाल में लिया गया था, जिसमें गंगा, सिंधु, जमुना, सरस्वती, कावेरी नदी की मिट्टी और पानी थे। समारोह के उत्सव में अयोध्या में तकरीबन 7000 दिये अलग-अलग मंदिरों में जलाए गए थे।



अयोध्या राम मन्दिर का आकार(Ayodhya Ram Mandir Size):

अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण 2.7 एकड़ की जमीन में हो रहा है, जिसमें 54, 700 वर्ग फुट की जमीन शामिल है और इस मंदिर का पूरा निर्माण चारों ओर तकरीबन 70 एकड़ में फैला हुआ है। मंदिर में इतनी जगह है कि, लाखों भक्त एक साथ भगवान श्री राम के दर्शन कर सकेंगे। इस मंदिर का निर्माण करने की जिम्मेदारी मंदिर निर्माण कमेटी के द्वारा लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी को दी गई है।


अयोध्या राम मंदिर कैसे पहुंचे (How to Reach Ayodhya Ram Mandir)

ट्रेन के माध्यम से, ''अयोध्या जाने के लिए यदि आप रेलवे के माध्यम से जा रहे हैं, तो आप देश के किसी भी कोने से ट्रेन के माध्यम से डायरेक्ट अयोध्या रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं या फिर फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं। वहां से लोकल टैक्सी या फिर बस या फिर ऑटो के माध्यम से राम मंदिर पहुंच सकते हैं''।

हवाई जहाज के माध्यम से, ''यदि आप हवाई जहाज से आ रहे हैं, तो आप गोरखपुर हवाई एयरपोर्ट पर उतर सकते हैं और वहां पर प्राइवेट वाहन के माध्यम से अयोध्या आ सकते हैं।''



 अयोध्या राम मन्दिर स्थापना सारणी(Ayodhya Ram Mandir installation table) :


अयोध्या राम मन्दिर जन्म भूमि की सारणी कुछ इस प्रकार है।


साल 1528 से लेकर के 1529 के दरमियान मुगल आक्रांता बाबर के द्वारा अयोध्या में राम जन्मभूमि की जगह पर बाबरी मस्जिद का निर्माण करवाया गया।

साल 1850 में राम जन्मभूमि की जमीन को लेकर के हिंदू और मुसलमान में सांप्रदायिक हिंसा की बड़े पैमाने पर शुरुआत हो गई।

साल 1949 में राम जन्मभूमि की जगह पर भगवान राम की मूर्ति मिली, जिसकी वजह से सांप्रदायिक तनाव में और भी ज्यादा बढ़ोतरी हो गई। 1950 में मूर्ति पूजा की अनुमति पाने के लिए हिंदू पक्ष के द्वारा फैजाबाद सिविल कोर्ट में दो मुकदमा दायर किया गया।

सुन्नी सेंट्रल वर्क बोर्ड के द्वारा मूर्ति को हटाने की मांग साल 1961 में अदालत से की गई।

जिला कोर्ट के द्वारा हिंदू पक्ष के लिए साल 1986 में मंदिर के स्थल को खोलने का आदेश दिया गया, ताकि हिंदू पक्ष पूजा कर सके।

हिंदुओं की भारी भीड़ के द्वारा साल 1992 में 6 दिसंबर के दिन बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया।

प्रयागराज हाई कोर्ट के द्वारा सुननी बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलाल के बीच तीन हिस्से में जगह को साल 2010 में बांटने का आदेश दिया गया।

हाई कोर्ट के द्वारा प्रयागराज हाई कोर्ट के आदेश पर साल 2011 में रोक लगा दी गई।

सुब्रमण्यम स्वामी के द्वारा साल 2016 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई और याचिका में राम मंदिर का निर्माण करवाने की डिमांड की गई।

सुप्रीम कोर्ट के द्वारा साल 2019 में एक्सेप्ट किया गया कि, भगवान राम की जन्म भूमि अयोध्या ही है और सुप्रीम कोर्ट ने पूरी 2.77 एकड़ विवाहित जमीन भूमि ट्रस्ट को सौपने के लिए कहा और मस्जिद निर्माण के लिए सुन्नी बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दूर गांव में देने के लिए कहा गया।

प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा साल 2020 में राम जन्मभूमि का पूजन किया गया और शिलान्यास भी किया गया।


FAQ-

Q : राम मंदिर का मालिक कौन है?

Ans : राम मंदिर का मालिक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को कहा जा सकता है, क्योंकि इसी के द्वारा मंदिर के निर्माण की सारी जिम्मेदारी देखी जा रही है और फंड जारी किया जा रहा है।

Q : राम मंदिर क्यों बनाया जा रहा है?

Ans : अयोध्या भगवान श्री राम की जन्म भूमि है। इसलिए वहां पर राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इससे न सिर्फ अयोध्या के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

Q : अयोध्या का असली नाम क्या है?

Ans : अयोध्या का असली नाम अजोध्या एवं अवधपुरी भी है। वैसे इसे रामनगरी या साकेत नगरी भी कहा जाता है।

Q : अयोध्या राम मंदिर कब तक बन जाएगा?

Ans : अयोध्या राम मंदिर का निर्माण साल 2024 के जनवरी महीने तक हो जाएगा।

Q : राम मंदिर कौन से जिले में है?

Ans : राम मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में मौजूद है।



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