Breaking News

Maa Vindhyavasini : जानें कौन हैं मां विंध्यवासिनी और विंध्याचल क्यों प्रसिद्ध है?

 

Maa Vindhyavasini : जानें कौन हैं मां विंध्यवासिनी और विंध्याचल क्यों प्रसिद्ध है?


Maa Vindhyavasini : 15 अगस्त माँ विंध्यवासिनी जयंत्रि माँ दुर्गा के एक परोपकारी स्वरूप का नाम है। उनकी पहचान आदि पराशक्ति के रूप में की जाती है। उनका मंदिर उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे मिर्जापुर से 8 किमी दूर विंध्याचल में स्थित है। एक तीर्थस्थल हिमांचल प्रदेश में स्थित है, जिसे बंदला माता मंदिर भी कहा जाता है। माँ विन्ध्यासिनी त्रिकोण यन्त्र पर स्थित तीन रूपों को धारण करती हैं जो की महालक्ष्मी, महासरस्वती और महाकाली हैं। मान्यता अनुसार सृष्टि आरंभ होने से पूर्व और प्रलय के बाद भी इस क्षेत्र का अस्तित्व कभी समाप्त नहीं हो सकता।


माँ विंध्यवासिनी देवी को उनका नाम विंध्य पर्वत से मिला और विंध्यवासिनी नाम का शाब्दिक अर्थ है, वह विंध्य में निवास करती हैं। जैसा कि माना जाता है कि धरती पर शक्तिपीठों का निर्माण हुआ, जहां सती के शरीर के अंग गिरे थे, लेकिन विंध्याचल वह स्थान और शक्तिपीठ है, जहां देवी ने अपने जन्म के बाद निवास करने के लिए चुना था।



विंध्यवासिनी कौन है? ( Who was goddess Vindhyavasini? )


मां विंध्यवासिनी ( Maa Vindhyavasini ) देवी दुर्गा के पराशक्ति रूपों में से एक है। देवी को यह नाम विंध्य पर्वत से मिला है। इस तरह विंध्यवासिनी का शाब्दिक अर्थ है विंध्य में निवास करने वाली देवी। ऐसी मान्यता है कि जहां-जहां सती के अंग गिरे थे वहां-वहां शक्तिपीठ स्थापित हो गए। जबकि विंध्य पर्वत वह स्थान है जहाँ देवी ने अपने जन्म लेने के बाद निवास करना चुना।



विंध्याचल क्यों प्रसिद्ध है? ( What is special in Vindhyachal? )


विध्यांचल के प्रसिद्ध होने की वजह है यहाँ देवी दुर्गा के अवतार मां विंध्यवासिनी का निवास है। यहाँ त्रिकोणी यन्त्र में स्थित Vindhyachal में लोकहिताय विंध्यवासिनी, देवी सरस्वती, देवी लक्ष्मी और महाकाली का रूप धारण करती हैं।



Post Realeted Search-





Taj Mahal History: ताजमहल का इतिहास, ताजमहल का रहस्य, जानिए... 



Jama Masjid Delhi History In Hindi | जामा मस्जिद का इतिहास और जानकारी



स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण 2023 हिंदी में: Happy Indipendence Day 2023?



Har Ghar Tiranga Abhiyan : हर घर तिरंगा अभियान से जुड़े कुछ नियम, भूलकर भी न करे ये गलतियां?



कोई टिप्पणी नहीं