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स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण 2023 हिंदी में: Happy Indipendence Day 2023?

 

स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण 2023 हिंदी में: Happy Indipendence Day 2023? 






यहाँ पर हम स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे और विद्यार्थियों के लिये भारत के स्वतंत्रता दिवस पर कई प्रकार के भाषण उपलब्ध करा रहे हैं। किसी भी दिये गये भाषण का इस्तेमाल कर स्वतंत्रता दिवस उत्सव पर विद्यार्थी सक्रियता से भाग ले सकते हैं। विद्यार्थीयों के लिये सभी भाषण (Independence Day Speech) बेहद आसान और सरल भाषा में लिखे गये हैं जिससे कि वो भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर अपना बेहतरीन भाषण प्रस्तुत कर सकें।



Independence Day Speech 2023 in Hindi for School Students: भारत 15 अगस्त, 2023 को अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मानाने की तैयारी में है। इस गौरव के मौके पर आप भी भाषण देकर अगर अपने विचार साझा करने चाहते हैं तो यहाँ दिए गए इंडिपेंडेंस डे स्पीच की मदद ले सकतें हैं। आप इस आसान भाषण को अपने स्कूल असेंबली, भाषण प्रतियोगिता, स्कूल में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम आदि के लिए इस्तमाल कर सकते हैं।



Independence Day Speech in Hindi for School Students (स्वतंत्रता दिवस भाषण 2023 हिंदी में): 15 अगस्त 2023 को भारत देश ब्रिटिश शासन से आजादी पाने की 77वीं वर्षगाँठ मनाएगा. हिन्दुस्तान की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का सम्मान करते हुए सभी भारतीय 77वां स्वतंत्रता दिवस मानाने की तैय्यारुई जोरों शोरों से कर रहे हैं. इस राष्ट्रीय गौरव को प्रदर्शित करने के लिए भारत में 15 अगस्त को स्कूलों, कार्यालयों और सरकारी एजेंसियों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, राष्ट्रीय गान गाया जाता है और अपने पूर्वजों का बलिदान याद करते हुए, देश के भविष्य को उज्जवल करने का प्रण लिया जाता है. देश की आज़ादी का जश्न मनाने के लिए स्कूलों और कार्यस्थलों पर भाषण प्रतियोगिताओं सहित विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं. स्वतंत्रता दिवस समारोह सभी देशवासियों के अपार उत्साह और देशभक्ति को दर्शाता है, जो भावी पीढ़ियों के लिए एक समावेशी और मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए भारत के समर्पण की पुष्टि करता है। अपने विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देना गर्व की बात है। 77वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण में लोकतांत्रिक मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति देश की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए एकता, विविधता और प्रगति के महत्व पर प्रकाश डाला जाना चाहिए। इस लेख में हम सभी स्कूली छात्रों के लिए हिंदी में आसान स्वतंत्रता दिवस पर भाषण लेकर आए हैं।




15 अगस्त Independence Day Speech 2023 in हिंदी



स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर 2 मिनट का भाषण (Swatantrata diwas par 2 minute ka bhashan)



आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, उप प्रधानाचार्य महोदय, माननीय शिक्षकगण एवं प्यारे साथियों। आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुझे अपने विचार आपके सामने व्यक्त करने का सुअवसर प्रप्त कर बेहद खुशी की अनुभूति हो रही है, आइये मैं आपको स्वतंत्रता दिवस के महत्व के बारे में बताती हूं।


स्वतंत्रता दिवस एक ऐतिहासिक पर्व है, आज से 76 वर्ष पूर्व भारत को अंग्रेजों से आज़ादी मिली थी। भारत, जिसने अपना अस्तित्व खो दिया था, को पुनः अपनी पहचान मिली। अंग्रेज भारत आए और यहां के परिवेश को बड़े ध्यान से जानने और परखने के बाद, हमारी कमजोरियों को ध्यान में रखते हुए हम पर आक्रमण किया और करीब दो सौ वर्षों तक शासन किया। हमारे वीर योद्धाओं ने कई लड़ाईयां लड़ी और उसके बाद जाके 15 अगस्त 1947 को हमें आज़ादी मिली।


तब से लेकर आज तक, हम हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते आए हैं। हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा हर साल लाल किले पर झंडा फहराया जाता है। इसके बाद वे देश को संबोधित करते हैं और फिर कुछ रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। इसे देखने के लिये दूर-दूर से लोग दिल्ली जाते हैं और जो नहीं जा पाते वे इसका सीधा प्रसारण देखते हैं।


इस प्रकार हम हमारे वीर जवानों को याद करते हुए अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।



जय हिन्द! जय भारत!




स्वतंत्रता दिवस – 15 अगस्त पर 5 मिनट का भाषण (Swatantrata diwas par 5 minute ka bhashan)

यहां उपस्थित सभी दिग्गजों को मेरा प्रणाम एवं भाईयों और बहनों को स्नेह भरा नमस्कार। स्वतंत्रता दिवस के इस शुभ अवसर पर मैं अपने विचारों को पंक्तिबद्ध तरीके से व्यक्त कर रही हूं, ताकि आप उस दौर के मार्मिकता को समझ पाएं, कि आखिर ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी थी की लोगों को जान की बाजी लगानी पड़ी, ऐसी कौन सी विपदा आन पड़ी थी कि लोगों को कुर्बानी देनी पड़ी थी, तो आईए मैं अपने भाषण का प्रमुख हिस्सा आपके सामने रखती हूँ और आशा करती हूं कि ये आप सबको जरूर पसंद आएगा।


क्या समझोगे तुम इस युग में कि प्राण गवाने का डर क्या था,


क्या समझोगे तुम इस दौर में की अंग्रेजों के प्रतारण का स्तर क्या था।


क्या देखा है रातों रात, पूरे गांव का जल जाना।


क्या देखा है वो मंजर, बच्चों का भूख से मर जाना।


कहने को धरती अपनी थी, पर भोजन का न एक निवाला था।


धूप तो उगता था हर दिन, पर हर घर में अंधियारा था।


बैसाखी का पर्व मनाने घर-घर से दीपक निकले थे,


लौट न पाए अपने घर को, जो देश बचाने निकले थे।


जलियावाला बाग हत्या कांड वो कहलाया, जिसमें बच्चे-बूढ़े सब मर गए थे।


क्या कसूर था उन निर्दोशों का कि देनी पड़ी कुर्बानी थी,


क्या कसूर था उस बेबस मां का जिससे रूठी उसकी किलकारी थी।


धीरे-धीरे आक्रोश बढ़ा, सब के सर पर क्रोध चढ़ा।


गांधी जी ने असहयोग आंदोलन चलवाया, तो हमने भी चौरा-चौरी कांड किया।


हमें बेबस समझते थे, इस लिये हमपर हुकूमत करते थे।


पर देश पर जान कूर्बान करने से, न हम भारत वासी डरते थे।


बहुत हुआ था तानाशाही, अब तो देश को वापस पाना था।


साम, दाम, दंड, भेद चाहे जो हथियार अपनाना था।


गांधी जी ने धीरज धरा और कहा अहिंसा को ही अपनाना है।


इंट का जवाब पत्थर नहीं होता, यह सबक अंग्रेजों को सिखाना है।


अहिंसा को हथियार बनाया, न कोई गोली-बंदूक चलाया।


फिर भी अंग्रेजों को हमने, अपने देश से खदेड़ भगाया


और उस तारीख को हमने, सुनहरे अक्षरों से गढ़वाया


यही हमारा स्वतंत्रता दिवस है भाइयों, जो शान से 15 अगस्त कहलाया।


जय हिन्द, जय भारत।



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