बुधवार, 4 अक्तूबर 2023

मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय (जीवनी) । maulana abul kalam azad biography in hindi



मौलाना अबुल आजाद का जीवन परिचय (जीवनी), जन्म- मृत्यु, प्रारंभिक जीवन, शिक्षा, क्रांतिकारी जीवनी, भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री, पुरस्कार, उपलब्धियां (Maulana Abul Aajad ka jivan parichay (jivani), Birth, Death, early life, First Education Minister of India, Awards, Achievements), Maulana Abul Aajad Biography in Hindi ।


मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (Maulana Abul Kalam Azad) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता और विशेषज्ञ थे, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ ही शिक्षा और साहित्य क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान किया। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय निम्नवत हैं,


मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय ( Maulana Abul Kalam Azad Biography In Hindi)


मौलाना अबुल कलाम आजाद का असली नाम अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन है। लेकिन इन्हें मौलाना आजाद नाम से प्रसिद्ध है। स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई के समय मौलाना आजाद मुख्य सेनानी में से एक थे। मौलाना आजाद ये एक महान वैज्ञानिक, एक राजनेता और कवी थे। आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने के लिए इन्होने अपने फेवरेट कार्य को भी छोड़ दिया, और देशभक्ति के चलते देश की आजादी के लिए बाकि लोगों के साथ कार्य करने लगे थे । मौलाना आजाद, गाँधी जी के अनुयायी थे, उन्होंने गाँधी जी के साथ अहिंसा का साथ देते हुए, सविनय अवज्ञा और असहयोग आंदोलन में बढ़चढ़ के हिस्सा लिया था बाकि मुसलमान लीडर जैसे मोहम्मद अली जिन्ना आदि  से अलग, मौलाना आजाद भारत देश की स्वतंत्रता को सांप्रदायिक स्वतंत्रता से बढ़ कर मानते थे। उन्होंने धार्मिक सद्भावना के लिए काम किया है और देश विभाजन के कट्टर प्रतिद्वंद्वी भी थे। मौलाना आजाद ने लम्बे समय तक भारत की आजादी की लड़ाई लड़ी, साथ ही भारत पाकिस्तान विभाजन के गवाह बने। लेकिन एक सच्चे भारतीय होने के कारण उन्होंने स्वतंत्रता के बाद भारत में रहकर इसके विकास में कार्य किया और पहले शिक्षा मंत्री बन, देश की शिक्षा पद्धति सुधारने का ज़िम्मा उठाया था ।


जन्म व प्रारंभिक जीवन (birth and early life):


अबुल कलाम आजाद का असली नाम अबुल कलाम गुलाम मुहीउद्दीन अहमद या फिरोज बक्श था। इनका जन्म 11 नवम्बर 1888 ईo को मक्का में हुआ था। इनकी माता का नाम आलिया था, जो मदीना के शेख मोहम्मद जाहिर की भतीजी थीं और पिता का नाम मोहम्मद खैरुद्दीन था जो अफगान उलमाओं के खानदान से वास्ता रखते थे, बाबर के समय में हेरात से भारत आ कर बस गए थे। इनके पिता 1857 क्रांति के समय भारत छोड़कर मक्का चले गए और 1890 ईo में भारत बापस आ गए। 1899 ईo में इनकी माता का देहांत हो गया।


मौलाना आजाद शिक्षा (Maulana Azad Education):


मौलाना आजाद का परिवार रूढ़िवादी ख्यालों का था, इसका असर उनकी शिक्षा में पड़ा, मौलाना आजाद को परंपरागत इस्लामी शिक्षा दी गई। लेकिन मौलाना आजाद के परिवार के सभी वंशों को इस्लामी शिक्षा का बखूबी ज्ञान था, और ये ज्ञान मौलाना आजाद को विरासत में मिला. आजाद को सबसे पहले शिक्षा उनके घर पर ही उनके पिता द्वारा दी गई, इसके बाद उनके लिए शिक्षक नियुक्त किये गए, जो उन्हें संबंधित क्षेत्रों में शिक्षा दिया करते थे। आजाद ने सबसे पहले अरबी, फारसी भाषा सीखी, जिसके बाद उन्होंने दर्शनशास्त्र, ज्यामिति, गणित और बीजगणित का ज्ञान प्राप्त किया था । इसके साथ ही इन्होने बंगाली एवं उर्दू भाषा का भी अध्यन किया। आजाद को पढाई का बहुत शौक थे, वे बहुत मन लगाकर पढाई किया करते थे, वे खुद से अंग्रेजी, विश्व का इतिहास एवं राजनीती के बारे में पढ़ा करते थे।


क्रांतिकारी जीवन (revolutionary life):


मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का क्रांतिकारी जीवन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ ही उनके शिक्षा और साहित्य क्षेत्र में योगदान से भरा हुआ था। उनके क्रांतिकारी जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलू निम्नलिखित हैं,


1. स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी: मौलाना आज़ाद ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख नेता के रूप में भाग लिया और महात्मा गांधी के साथ मिलकर स्वतंत्रता संग्राम के मुद्दों पर काम किया। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय जनता को संगठित करने में मदद की और स्वतंत्रता संग्राम के विचारों को प्रसारित किया। मौलाना आज़ाद हिन्दी भाषा के प्रचारक थे और उन्होंने उर्दू के प्रतिष्ठान को छोड़कर हिन्दी को बढ़ावा दिया। उन्होंने हिन्दी में लिखी कई महत्वपूर्ण पुस्तकें और लेखन द्वारा हिन्दी को प्रोत्साहित किया और लोगों को अपनी मातृभाषा का गर्व महसूस करने की प्रेरणा दी।


2. शिक्षा के क्षेत्र में योगदान: मौलाना आज़ाद ने शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दिया और उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावना पेश की।


3. स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री: मौलाना आज़ाद स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री रहे थे और उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली को सुधारने और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। मौलाना आज़ाद एक धार्मिक मान्यताओं के विशेष अनुष्ठान और तस्वीर थे। उन्होंने अपने जीवन में धार्मिक साधना का महत्व दिया था ।


मौलाना आजाद उपलब्धियां (Maulana Azad Achievements)


सम्मान या पुरस्कार या उपलब्धियां-


इनके जन्म दिवस 11 नवम्बर को भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
मौलाना अबुल आजाद भारत रत्न की उपाधि प्राप्त की ।
1989 ईo में भारत सरकार ने इनके जन्मदिवस पर देश में शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु “मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन” की स्थापना की।


FAQ-

Q: मौलाना आजाद का असली नाम क्या था?

Ans: मुहियुद्दीन अहमद

Q: भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे?

Ans: मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद

Q: 2023 में भारत के शिक्षा मंत्री कौन है?

Ans: श्री धरेंद्र प्रधान जी ।

Q: अबुल कलाम आजाद कांग्रेस के अध्यक्ष कब बने?

Ans:  वह 1940 से 1945 तक लगातार पांच वर्षों तक कांग्रेस के अध्यक्ष थे।


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