बुधवार, 18 अक्तूबर 2023

Dussehra 2023 Date: दशहरा (विजयादशमी) का पर्व कब है? जानें तारीख मुहूर्त और महत्व, इतिहास...


दशहरा (विजयादशमी) का पर्व कब है जानें तारीख और मुहूर्त, महत्व, इतिहास, कब और क्यों मनाया जाता हैं, असत्य पर सत्य की जीत, Vijayadashami Biography in Hindi. 


Vijayadashami Kab Hai: दशहरा का पर्व बुराई की अच्छाई पर जीत और असत्य की सत्य पर जीत का पर्व है। यह हर साल नवरात्रि के दशवे (दशमी) तिथि के दिन मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस साल कब मनाया जाएगा दशहरा का पर्व और क्या है इसका धार्मिक महत्वमहत्व और इतिहास


विजयदशमी (Vijayadashami) 2023:


दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। यह हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम से रावण का वध किया था। इसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन रावण का पुतला बनाकर दहन किया जाता है। आइए जानते हैं इस साल कब है दशहरा का पर्व।



दशमी (विजयदशमी) तिथि का आरंभ (Vijayadashami Starting Date):


इस साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 24 अक्टूबर मंगलवार के दिन है। आपको बता दें India times न्यूज़ अनुसार दशमी तिथि का आरंभ 23 अक्टूबर को शाम के समय 5 बजकर 44 मिनट पर होगा और इसका समापन 24 अक्टूबर को 3 बजकर 14 मिनट पर होगा। दशहरा का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। बता दें कि इस साल दशहरा पर दो बहुत ही शुभ योग बनने जा रहे हैं एक रवि योग और दूसरी वृद्धि योग का संयोग है।


विजयदशमी का महत्व (Vijayadashami Importance):


विजयदशमी (दशहरा) का पर्व असत्य की सत्य पर जीत का पर्व है। दशहरा जिसे विजय दशमी भी कहते हैं यह पर्व अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को आता है। विजयदशमी यानी दशहरा नवरात्रि खत्म होने के अगले दिन मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम ने रावण का वध करने से पहले 9 दिनों तक मां दुर्गा की उपासनी की थी और 10वें दिन रावण का वध किया था।


इसे लेकर एक अन्य पौराणिक कथा कहती है कि एक महिषासुर नाम का राक्षस था जिसने ब्रह्मा जी की उपासना करके वरदान प्राप्त किया था। कि वह पृथ्वी पर कोई भी उसे पराजित नहीं कर पाएगा अर्थात उसका वध नहीं कर पाएगा। महिषासुर से अपने पाप से हाहाकार मचा दिया था। तब ब्रह्मा विष्णु महेश ने अपनी शक्ति से दुर्गा मां का सर्जन किया था। मां दुर्गा और महिषासुर के बीच में 9 दिनों तक मुकाबला चला और 10वें दिन मां दुर्गा ने असुर का वध कर दिया।


विजयदशमी का इतिहास (History of Vijayadashami):


दशमी का इतिहास हिंदू धर्म के त्योहार दशहरे से जुड़ा है। दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहा जाता है, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। 

 यह त्योहार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था। 

 वहीं, देवी दुर्गा ने महिषासुर नामक असुर का वध किया था। 


दशमी के दिन हुई घटनाएं


रावण ने देवी सीता का अपहरण कर लंका भेज दिया। 

मां दुर्गा ने चंडी रूप धारण कर महिषासुर का वध किया। 

भगवान राम ने रावण का वध किया। 

रावण के पुतले का दहन किया गया


दशमी के दिन की जाने वाली पूजाएं: 

भगवान श्रीराम, वनस्पति और शस्त्र पूजा

रावण दहन


FAQ-

Q: विजयदशमी कौन सा भगवान है?

Ans: अधिकांश उत्तरी भारत में, विजयादशमी भगवान राम के सम्मान में मनाया जाता है।

Q: दशमी कितनी तारीख को है?

Ans: 24 अक्टूबर को। 

Q: हम दशमी क्यों मनाते हैं?

Ans: बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है

Q: दशहरा पर किस भगवान की पूजा की जाती है?

Ans: कुछ स्थानों पर दशहरे पर भगवान राम की पूजा की जाती है। 


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