गुरुवार, 12 अक्तूबर 2023

Deepawali 2023: दिवाली कब है व शुभ मुहूर्त क्या है | Diwali Shubh Puja Muhurat, Timing 2023 In Hindi


Deepawali 2023: दिवाली कब है व शुभ मुहूर्त क्या है (Deepawali Or Diwali Puja Shubh Muhurat Date Time In Hindi)


दीपावली का त्यौहार देश के महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक हैं जो जीवन को अंधकार से प्रकाश में ले जाने का संकेत देते है। यह त्यौहार जितने उत्साह से मनाया जाता हैं, उतने ही उत्साह से इसकी पूजा विधि संपन्न की जाती हैं, पुरे महीने लोग दीपावली के त्यौहार की तैयारी करते हैं, जिसकी शुरुवात साफ़ सफाई से की जाती हैं, क्यूंकि दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा का महत्व होता हैं, और लक्ष्मी वहीँ निवास करती हैं जहाँ स्वच्छता होती हैं।


कोई भी त्यौहार उनकी लोकप्रिय कथाओं के कारण अधिक लोक प्रिय होता हैं, ऐसे में दिवाली क्यों मनाई जाती है, इस पर बहुत सी कथाएं प्रचलित है। हिन्दू संस्कृति में पंचाग का विशेष महत्व है, बिना शुभ समय देखे कोई कार्य नहीं किये जाते हैं। किसी भी पूजन का शुभ मुहूर्त देखकर ही शुभारम्भ किया जाता हैं।


दीपावली 2023 में कब से शुरू है (Diwali/ Deepawali Festival Dates)


दीपावली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त रविवार, 12 नवंबर को शाम को 5.39 बजे से रात 8:16 तक रहेगा।


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साल 2023 में दीपावली का शुभ मुहूर्त (Diwali/ Deepawali Festival Dates and Muhurt)


साल 2023 की दीपावली का शुभ मुहूर्त
इस दिन माँ धन लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और हर कोई अपने परिवार की सुख और समृद्धि की कामना माँ से करतें हैं।इस शुभ दिन में लोग अपने घरों की अच्छे से साफ सफाई करते हैं और अपने पूरे घर को दीयों और लाइटों की रोशीन से रोशन करते है, वहीं इस दिन केवल शुभ मुहूर्त के दौरान ही रात के समय भगवान की पूजा की जाती है। दिवाली के दिन में लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल में होती है, जो सूर्यास्त के बाद शुरू होता है। महानिशिता काल में तांत्रिक और पंडित लोग पूजा करते है, ये वे लोग होते है, जिन्हें लक्ष्मी पूजा के बारे में अच्छे से जानकारी होती है। आम इन्सान लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल में ही पूजा करते है। प्रदोष काल में भी स्थिर लग्न में पूजा करना सबसे उचित माना जाता है। कहते है, स्थिर लग्न में पूजा करने से लक्ष्मी घर में ही स्थिर रहती है, कहीं नहीं जाती है, इसलिए ये लक्ष्मी पूजन के लिए सबसे अच्छा समय है। वृषभ काल ही स्थिर लग्न होता है, जो दिवाली के त्यौहार में प्रदोष काल में ही आता है। अगर किसी कारणवश वृषभ काल में पूजा नहीं कर पाते है, तो इस दिन के किसी भी लग्न काल में पूजा कर सकते है।


दिवाली की सबसे सरल पूजा विधि ( Diwali puja vidhi ) :


दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान श्री गणेश, भगवान कुबेर और मां ,सरस्वती की पूजा जरूर करें। दीपावली के दिन महालक्ष्मी के ,सामने सात मुख वाला घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। दिवाली के दिन पूजन के समय एक कलश की स्थापना भी जरूर करें।


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FAQ

Q : दीपावली 2023 में कब है ?

Ans : 12 नवंबर

Q : दीपावली कब मनाई जाती है ?

Ans : कार्तिक माह की अमावस्या को।

Q : दीपावली के समय घर की साफ़ सफाई क्यों की जाती है ?

Ans : क्योकि लक्ष्मी जी का वास हर जगह होता है।

Q : दीपावली कैसे मनाई जाती है ?

Ans ; नए कपड़े पहन कर माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है, दिए जलाए जाते हैं. और लोग इस दिन अपने घर को रौशनी से भर देते हैं।

Q : दीपावली का प्राचीन नाम क्या है ?

Ans : दीपोत्सव।


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