गुरुवार, 24 अगस्त 2023

World Literacy Day 2023: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास, महत्व और थीम?

 World Literacy Day 2023: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास, महत्व और थीम? 



माना जाता हैं कि अधिकतर सामाजिक समस्याओं की जड़ अशिक्षा हैं। साक्षरता के अभाव में किसी भी देश की तरक्की संभव नही हैं। चाहे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, कौशल विकास, आर्थिक और तकनीकी विकास के क्षेत्रों में साक्षरता अहम भूमिका निभाती हैं। 


पश्चिम एशिया तथा कुछ अफ़्रीकी राष्ट्र जो 20 सदी में आजाद हुए, उनकी साक्षरता दर खासकर महिला साक्षरता दर 50% के आस-पास हैं। जो बेहद चिंताजनक हैं। भारत के पिछड़े तथा आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा की स्थति भी इस तरह ही हैं। 


7 नवंबर 1965 के दिन सयुक्त राष्ट्र संघ ने शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने तथा विश्व भर के लोगों का इस तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय/ विश्व साक्षरता दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। जो 1966 से शुरू होकर 2023 विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर आयोजित किया जाता रहा हैं। 



World Literacy Day 2023:



अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर साल 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (World Literacy Day) मनाया जाता है। इसकी शुरुआत यूनेस्को द्वारा वर्ष 1966 में की गई थी जिसके बाद 8 सितंबर 1966 को इसे पहली बार मनाया गया। इस साल शुक्रवार, 08 सितम्बर 2023 को 58वां साक्षरता दिवस मनाया जा रहा है।


भारत और कई देशों में शिक्षा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है ऐसे में सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करना इस दिन का खास उद्देश्य हो सकता है। भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा ‘सर्व शिक्षा अभियान‘ इस दिशा में एक सराहनीय कदम है।


ऐसा व्यक्ति जो किसी व्यक्तिगत भाषा को पढ़ने और लिखने में सक्षम होता है उसे ‘साक्षर’ माना जाता है। हालांकि भारत में अपना नाम लिख और पढ़ लेना ही साक्षरता की कैटेगरी में गिना जाने लगता है।



अंतरस्ट्रीय साक्षरता दिवस शुभकामनाएं



‌       शिक्षा है आपका अधिकार

       साक्षरता को बनाएं अपना हथियार

       Happy Literacy Day..!


‌       भाषा की मर्यादा रखना

       सही गलत का फर्क समझना।

       साक्षरता का यही है लाभ।

       Happy Literacy Day..!


‌      शिक्षा से ही ज्ञान मिलता है,

     और जिसके पास ज्ञान होगा,

     तरक्की उसके कदम चूमेगी। 

      Happy Literacy Day..!


‌      आज के ज़माने में,

       ज्ञान ऐसे ही नहीं मिलता,

       ज्ञान लेने के लिए शिक्षा के मंदिर में जाना पड़ता है। 

       Happy Literacy Day..!


 ‌      बुद्धि का विकास चाहते हो,

       तो शिक्षा लेनी जरुरी है,

       बुद्धि का विकास भी होगा,

       और खुद का विकास भी। 

       Happy Literacy Day..!




अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास(History of International Literacy Day) 




संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) द्वारा 07 नवंबर 1965 में प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। वर्ष 1966 में पहली बार इसे मनाया गया था। व्यक्तियों, समाज और समुदायों को साक्षरता का महत्व समझाने के उद्देश्य से इसका जश्न दुनिया भर में मनाया जाना शुरू किया गया था। यह दिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय की साक्षरता और प्रौढ़ शिक्षा की स्थिति को दुबारा ध्यान दिलाने के लिए विशेष रूप से मनाया जाता है। 




अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस क्यों मनाया जाता है(Why is International Literacy Day celebrated)? 



विश्व साक्षरता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को साक्षर होने की ओर प्रेरित करना और हर किसी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करना तथा साक्षरता का प्रसार कर दुनिया के सभी लोगों को साक्षर बनाना है।


इसके आलावा लोगों को सम्मान और मानव अधिकार के रूप में साक्षरता के महत्व को समझाना और व्यस्क शिक्षा और साक्षरता दर को बढ़ावा देना भी इसका मकसद है।


21वीं सदी में लोग आज भी शिक्षा से वंचित है, UNESCO के अनुसार विश्व स्तर पर लगभग 77.1 करोड़ युवा व्यस्कों में आज भी साक्षरता कौशल की कमी है और 25 करोड़ बच्चे बुनियादी साक्षरता कौशल हासिल करने में विफल हो रहे हैं।



अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2023 की थीम (International Literacy Day Theme)



दुनिया भर के कई देशों में निरक्षरता से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए कुछ रणनीतिक योजना पर कार्य करने के लिए और अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस को प्रभावी बनाने के लिए इसके उत्सव के साथ उस वर्ष का एक विशेष विषय जुड़ा होता है अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के प्रत्येक वर्ष विषयों में से कुछ नीचे दिए गए हैं-



2011 – साक्षरता और स्वास्थ्य
2012 – साक्षरता और सशक्तिकरण
2013 – साक्षरता और शांति
2014 – 21वीं शताब्दी के लिए साक्षरता
2015 – साक्षरता और सतत समाज
2016 – अतीत पढ़ना, भविष्य लिखना
2017 – डिजिटल दुनिया में साक्षरता
2018 – साक्षरता और कौशल विकास
2019 – साक्षरता और बहुभाषावाद
2020 – COVID-19 संकट और उससे परे साक्षरता शिक्षण और शिक्षा
2021 – मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए साक्षरता: डिजिटल विभाजन को कम करना
2022– ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेस"।



अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का महत्व(Importance of International Literacy Day)? 



मानव विकास और समाज के लिये उनके अधिकारों को जानने और साक्षरता की ओर मानव चेतना को बढ़ावा देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। सफलता और जीने के लिये खाने की तरह ही साक्षरता भी महत्वपूर्णं है।


गरीबी को मिटाना, बाल मृत्यु दर को कम करना, जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना, लैंगिक समानता को प्राप्त करना आदि को जड़ से उखाड़ना बहुत जरुरी है। साक्षरता में वो क्षमता है जो परिवार और देश की प्रतिष्ठा को बढ़ा सकता है। ये उत्सव लगातार शिक्षा को प्राप्त करने की ओर लोगों को बढ़ावा देने के लिये और परिवार, समाज तथा देश के लिये अपनी जिम्मेदारी को समझने के लिये मनाया जाता है।



• लड़कियों के साथ बलात्कार और छेड़छाड़ होने का डर।
• जागरूकता की कमी।
• कम साक्षरता दर के लिए कारण
• विद्यालयों की कमी (भारत में लगभग 6 लाख स्कूल के कमरों की कमी है)।
• स्कूल में शौचालय आदि की कमी।
• जातिवाद (भारत में एक मुद्दा है)।
• गरीबी (अधिक जनसंख्या के कारण साक्षरता में कमी)।



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